आई लक्ष्मी पूजा : धन के देवी लक्ष्मी के विशेष पूजा

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यम पंचक यानी तिहार के दोसर दिन लक्ष्मी पूजा श्रद्धा आ भक्ति के संग मनाओल जा रहल अछि | लक्ष्मी एहन घर मे नहि रहैत छथि जे साफ सुथरा नहि हो, एहि मान्यताक आधार पर आइ भोरे घरक सफाई आ सुव्यवस्थित क’ क’ लक्ष्मी केँ दिवाली मे बजाओल जाइत अछि । आइ दिवाली खास क घरक खिड़की, दरबज्जा, खिड़की, कोठली, संघर, कौसी, अट्टाली, व्र्यांग आ अन्य स्थानक सफाई कए मनाओल जाइत अछि । आइ नरक चतुर्दशी, कुकुरतिहार, लक्ष्मी पूजा दीपमालिका ओही दिन पड़ैत अछि | कत्तिक कृष्ण औंसीक राति जखन लक्ष्मीक पूजा होइत अछि, सुखरात्रि के नाम सँ सेहो जानल जाइत अछि | लक्ष्मी पूजा के लेल आइ साँझ में आँगन स मुलधोका होइत ओहि कोठली तक लक्ष्मी के स्थापना कयल गेल अछि जतय लक्ष्मी के पूजा करबाक अछि | डेग-डेग पर केरा या माटिक टुकड़ा पर दीप जरा क झिलमिलाइत बनाओल जाइत अछि । दिवाली के बाद पूजा कक्ष में दीप, कलश आ गणेश के संग लक्ष्मी के स्थापना कयल जाइत अछि |