तिहार के तेसर दिन आइ गाय के पूजा क मनाओल जा रहल अछि

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कार्तिक शुक्ल प्रतिपदा आ यमपंचक अर्थात तिहार के तेसर दिन आइ गाय के पूजा क मनाओल जा रहल अछि | गाय के पवित्र मानब प्राचीन वैदिक काल स परंपरा अछि | गाय द्वारा देल गेल दूध ओकर माय द्वारा देल गेल दूध जकाँ पौष्टिक होइत छैक, गाय के माँ गाय के समान सम्मान होइत छैक | आधुनिक विज्ञान सेहो गाय के महत्व के सिद्ध केलक अछि कियाक त स्थानीय नस्ल के गाय के ऊर्जा सूर्य आ चंद्रमा के ऊर्जा स प्राप्त होइत अछि आ दूध, गहूम आ गाय के गोबर के माध्यम स मनुष्य के शक्ति दैत अछि | धार्मिक मान्यता अछि जे एहि दिन गाय के पूजा कयल जाय आ मधुर भोजन देल जाय त गाय स प्राप्त शुद्धता सदिखन प्राप्त होयत | नेपाल पंचांग निर्णायक समिति के सदस्य प्रो औंसीक अन्त आ प्रतिपदाक आरंभमे गायक पूजा करबाक चाही। धार्मिक मान्यता अछि जे आइ जँ गायक पूजा कयल जाय आ दाहिना हाथ पर बान्हल रक्षाबंधन केँ चन्द्रमाक पूर्णिमाक दिन गायक पूँछ मे बान्हल जाय तऽ मृत्युक बाद गाय वैतरणी नदी पार कऽ जाय लेल जायत | स्वर्ग के लिये।