बाल विवाह कम करबाक परिवर्तन कार्यक्रमक राज्य स्तरीय समन्वय बैसार सम्पन्न भेल अछि ।

258

जनकपुरधाम । बाल विवाह कम करबाक परिवर्तन कार्यक्रमक राज्य स्तरीय समन्वय बैसार बुधदिन जनकपुरधाममे सम्पन्न भेल अछि । लाइफ नेपाल आ सामाजिक संगठन जिल्ला समन्वय समिति (एसओडीसीसी) पर्सा द्वारा युनिसेफ नेपालक सहयोगमे संयुक्त रूपसँ आयोजित बैसारमे वक्ता सभ बाल विवाह विरुद्ध संयुक्त अभियानक आवश्यकताक बात बतौलनि । मधेश प्रदेश नीति आयोग के सदस्य शीला मिश्रा ग्रामीण क्षेत्र मे अखनो बाल विवाह प्रचलित रहल बतौलनि । एकरा लेली हुनी किशोर आरू अभिभावकऽ म॑ जन जागरूकता फैलाबै के जरूरत के बात बतैलकै । किशोर क॑ कौशल आधारित काम म॑ डालै के अलावा जीवन-उपयोगी शिक्षा के बारे म॑ आवश्यक जानकारी दै प॑ जोर देलकै । कार्यक्रममे खेलकूद तथा समाज कल्याण मन्त्रालयके उपसचिव देवकुमारी खत्री मधेश प्रदेशमे बालविवाह समाप्त करबाक लेल सब पक्षके सहयोग आवश्यक बतौलनि । वर्ष २०३० तक देश के बाल विवाह मुक्त बनेबाक लक्ष्य के संग केंद्र सरकार आगू बढ़ल अछि से जानकारी दैत ओ कहलनि जे, मधेश प्रांत सेहो बाल विवाह मुक्त घोषित करबाक लक्ष्य के संग आगू बढ़ल अछि। प्र. बाल विवाह मुक्त घोषणा के सम्बन्ध में सूचकक संग बाल विवाह मुक्त घोषणा प्रक्रिया आनय बला अछि, ओ कहलीह – एकर काज अंतिम चरण मे अछि। व्यक्ति के बजाय समाज के रूपांतरण के जरूरत पर जोर दैत उपसचिव खत्री अपन विश्वास व्यक्त केलनि जे परिवर्तन कार्यक्रम एहि मे मदद करत। उपसचिव खत्री लाइफ नेपालके अध्यक्ष सुरीत ठाकुरके अध्यक्षतामे भेल कार्यक्रममे बाल विवाह समाजके लेल अभिशाप रहल बटैलै । एकरऽ खिलाफ एगो मजबूत अभियान शुरू करलऽ जाय, हुनी कहलकै – गैर सरकारी संगठनऽ के साथ-साथ प्रांतीय सरकार क॑ भी ई अभियान म॑ सहयोग करलऽ जाय ।

लाइफ नेपाल धनुषा, महोत्तरी आ सप्तरी जिल्लाके १२ नगरपालिकामे परिवर्तन कार्यक्रम कराबय जा रहल अछि । जीवनके अध्यक्ष नेपाल ठाकुर विभिन्न सूचक निर्धारित करके समाजके नेता, धार्मिक गुरु, किशोरीके बालविवाह विरुद्ध प्रशिक्षण तथा अभिमुखीकरण कार्यक्रम करल बटैलै । कार्यक्रममे लाइफ नेपालके अरविन्द कुमार प्रस्तुति दऽ मधेश प्रान्तके जिल्लामे बाल विवाहके वर्तमान अवस्थामे प्रकाश देलन्हि । यूनिसेफ नेपाल बाल संरक्षण अधिकारी कामदेव खनाल कार्यक्रममे सहभागीसभ द्वारा उठल प्रश्नक उत्तर देलनि । कार्यक्रम मे सुरक्षाकर्मी, मानव अधिकार कार्यकर्ता आ अन्य सरोकारवाला उपस्थित छल ।