सुशासन के शपथ लेबाक यादव के चुनौती
जनकपुरधाम मधेश प्रांत के नामकरण आ स्थायी राजधानी के घोषणा भेल ऐतिहासिक दिन स्वाभिमान दिवस के अवसर पर बुधदिन एकटा कार्यक्रम में पूर्व प्रांतीय सभा के सदस्य सब के सम्मानित कायल गेल ! गृहसञ्चार तथा कानून मन्त्रालयके आयोजनामे मुख्य अतिथि जनता समाजवादी पार्टीके अध्यक्ष, सांसद तथा पूर्व उपप्रधानमन्त्री उपेन्द्र यादव अधिकार पूरा नै भेला पर संघीयताके कोनो अर्थ नै रहल बटैलै । ओ स्पष्ट केलथि जे मुख्यमंत्री अछि, झंडा अछि, सरकार सेहो अहां के अछि, मुदा राज्य अहां के नहि अछि त संघीयता के कोनो मतलब नहि अछि। केन्द्र आठ वर्ष स अधिकार के लेल संघर्षरत रहल कहैत नेता यादव मधेश प्रांत के बिना संसाधन के कष्ट भोगय पड़ल रहल उल्लेख केलथि । एकरा समाप्त करब आवश्यक अछि, ओ जोर देलनि। ओ कहलनि जे, सबके सम्मान आ अवसर चाही। इज्जत आ पहिचानक लड़ाई जारी अछि ।
जस्पा अध्यक्ष यादव विचारोत्तेजक भाषण दैत अधिकारक संघर्षक संग मधेशमे सुशासनक सेहो आवश्यकता रहल बतौलनि । भ्रष्टाचार आ आयोग व्यवस्था सुशासन के दुश्मन होयबाक बात के ओर इशारा करैत अध्यक्ष यादव हुनका सब स सुशासन के शपथ लेबय के सेहो आह्वान केलनि। संघीयता दोसर के चाही, मुदा हमरा सब लेल संघीयता प्राण अछि कहैत ओ राजनेता सब के भ्रष्टाचार के दलदल में नै फंसय के सख्त निर्देश सेहो देलखिन। मधेश प्रदेशके मुख्यमन्त्री सरोज कुमार यादव सभापति रहलामे नामांकन प्रक्रियामे अपन अहम भूमिका पर प्रकाश दैत नियममे संशोधन कए गुप्त मतदान केलाक बाद स्थितिमे परिवर्तन भेल बतौलनि । मुख्यमंत्री यादव इहो स्मरण करैत कहलनि जे, जखन तत्कालीन लालबाबू राउत नेतृत्व वाला सरकार मे मात्र साधारण बहुमत छल तखन राज्य विधानसभा सदस्य सं एक-एक क गप भेल छल ।
ओहि अवसर पर नेपाली कांग्रेस मधेश प्रदेशक अध्यक्ष आ भौतिक पूर्वाधार विकास मन्त्री कृष्णप्रसाद यादव मधेश आन्दोलन मे नेपाली कांग्रेसक योगदान आ मधेश प्रदेशक नामकरण पर चर्चा केलनि । मुदा मंत्री यादव के मधेश के तामस के कारण काज नहि चलत कहैत २४ घंटा के दिन मे २० घंटा काज करय पड़ैत छनि. ओ कहलनि जे,६१ लाख के आबादी के लेल १३ अरब आ १८ लाख के आबादी के लेल १.८ अरब के बजट अछि। वित्त मंत्री संजय कुमार यादव अंतरिम संविधान मे नाम नहि लिखल गेला पर मधेश आ मधेशी जनताक अधिकार विफल आ संविधान जरेबाक मामलाक जिक्र केलनि। मधेशी के दोसर दर्जा के नागरिक मानल गेला पर बड़का आन्दोलन भेल कहैत ओ ई मत सेहो रखलनि जे ई मात्र आत्मगौरव दिवस नहि अछि, अपितु अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मधेशी के सम्मान आ सम्मान सेहो भेटल अछि ।
संयुक्त समाजवादी पार्टी के नेता आ भूमि प्रबंधन, कृषि आ सहकारी मंत्री गोविंद बहादुर न्यौपाने कृषि मे नहि लागय चाहय वाला युवा के कृषि मे लाबय के जरूरत पर जोर देलखिन्ह. संगहि सब गोटे स अपील केलथि जे मधेश प्रांत कए कोना समृद्ध आ सुखद बनाउल जाए आ मधेश प्रांत क गौरव कए कोना कायम राखल जाए, एहि पर ध्यान देल जाए। उद्योग, वाणिज्य आ पर्यटन मंत्री सुनीता यादव कहलनि जे, सात प्रांत मे पहिचान के आधार पर मात्र मधेश प्रांत के नाम राखल जा सकैत अछि, ई गौरव के बात अछि। चुनौती आओर बेसी अछि जे संघीयता पर बेर-बेर हमला भ रहल अछि कहैत ओ संघवाद के बचाबय लेल दक्षिणपंथी के अग्रणी भूमिका निभाबय लेल तैयार रहय के सेहो आह्वान केलखिन्ह. पूर्व मुख्यमंत्री लाल बाबू राउत मधेश प्रांत के नामकरण मे सब राजनीतिक दल के नेता के भूमिका पर चर्चा करैत मधेश स्वाभिमान दिवस के घोषणा के प्रशंसा केलनि ।
कार्यक्रम के अध्यक्षता करैत गृह, संचार तथा कानून मंत्री मोहम्मद समिम अपन प्रतिबद्धता व्यक्त केलनि जे जखन कखनो परीक्षा देल जायत त मधेश के लेल ठाढ़ हेताह। ओहि अवसर पर ओ आश्वासन देलनि जे भ्रष्टाचार के मामला मे हुनका शून्य सहिष्णुता रहत। एहि अवसर पर गृह, संचार तथा कानून मन्त्रालयक कार्यवाहक सचिव उत्तम खरेल स्वागत भाषण देलनि ।