गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लेल सरकार के तीनू स्तर के बीच समन्वय जरूरी अछि : मंत्री तिवारी

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बुधदिन जनकपुरधाममे शिक्षा तथा संस्कृति मन्त्रालयद्वारा ‘ज्ञान, विज्ञान, कौशल, उद्यम आ मौलिकता: साझेदारी आ व्यवस्थित दक्षता’ नारामे आयोजित कार्यक्रममे बजबैत मन्त्री तिवारी संघीय सरकारसँ शिक्षकके रिक्त पद भरबाक आग्रह कएलनि । एकटा शिक्षक १०० छात्र कए पढ़ाबय लेल बाध्य छथि, ओ कहलीह – गुणवत्तापूर्ण शिक्षा क एहि तरह स कल्पना नहि कैल जा सकैत अछि। आन प्रांत मे हर २६ छात्र मे एकटा शिक्षक अछि, मुदा मधेश मे इ बढ़ि कए हर १०० छात्र पर एक शिक्षक भ गेल अछि ।

संघीय सरकार मधेश के साथ भेदभाव केने अछि, ओ कहलीह – संघीय सरकार के शिक्षक के रिक्त पद के तुरंत भरय के चाही। मंत्री तिवारी अपन विश्वास व्यक्त केलनि जे रिक्त पद भरला पर मधेश प्रांत मे शिक्षाक स्तर मे सुधार होयत। मन्त्री तिवारी शिक्षा तथा संस्कृति मन्त्रालयके सचिव महेन्द्र महतोके अध्यक्षतामे भेल कार्यक्रममे संघीय सरकार शिक्षा क्षेत्रमे सुधारके लेल गम्भीर नहि रहल आशङ्का कएलनि । शिक्षा क्षेत्र मे कोनो सुधार नहि भेल अछि, ओ कहलीह – की एकरा मे सुधार केवल भाषण स भ सकैत अछि ? एकरा लेल आवश्यक नीति आ योजना बनाओल जाय आ उपलब्ध कानून के पालन करबाक चाही। कोनो तरहेँ सहयोग सहयोग थिक। बच्चा सभक लेल कोनो फर्नीचर नहि अछि। एहन स्थिति मे गुणवत्तापूर्ण शिक्षा क कल्पना संभव नहि अछि एहि तर्क दैत मंत्री तिवारी कहला जे समान व्यवहार क जरूरत अछि । ओ कहली जे हमरा सब कए कुशल जनशक्ति पैदा करबा लेल समय पर आ प्रतिस्पर्धी पाठ्यक्रम बनेबाक जरूरत अछि जेकरा दुनिया क कोनो कोना मे बेचल जा सकैत अछि पिछला साल स दिन। उस अवसर पर राज्य नीति एवं योजना आयोग के सदस्य शीला मिश्रा, जिला समन्वय समिति धनुषा के प्रमुख राजनारायण मंडल, जिला समन्वय समिति महोत्तरी के प्रमुख सुमनलाल कर्ण, राजर्षिजनक विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार सत्यनारायण साह, नेपाल शिक्षक के अध्यक्ष सुरेश यादव फेडरेशन, धनुषा, आदि मधेश के शिक्षा के दशा पर अपन विचार व्यक्त केलक ।

लक्ष्मण राम शिक्षा संस्कृति मन्त्रालयके रामहदय यादव द्वारा संचालित कार्यक्रममे मधेश प्रदेशके शिक्षाके वर्तमान अवस्थाके विषयमे प्रस्तुति देलनि ।