कोशीताप्पू में पर्यटन एवं जैव विविधता के संरक्षण के लेल प्रतिबद्ध सरकार : मुख्यमंत्री सिंह

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मंगलदिन मधेश राज्य के कोशितप्पू वन्यजीव अभयारण्य के पर्यटन आ संरक्षण के संग जैविक विविधता के संरक्षण के मुद्दा पर मुख्यमंत्री सतीश कुमार सिंह, रिजर्व के वार्डन, राष्ट्रीय प्रकृति संरक्षण कोष के प्रमुख कोसी संरक्षण केंद्र आ इंटरमीडिएट के अधिकारी सब सं चर्चा कायल गेल क्षेत्र प्रबंधन समिति । जनकपुरधाम स्थित मधेश राज्यके मुख्यमन्त्री तथा मन्त्रिपरिषद्के कार्यालयमे मुख्यमन्त्री सिन्हसगे कोसितप्पू केन्द्रीय क्षेत्रमे वन्यजीव रिजर्व तथा वन्यजीव बचाव केन्द्र निर्माण, पर्यटन विकास आ आजीविका सुधार प्रबन्धनके विषयमे विमर्श कएल गेल अछि । रिजर्व न॑ वन्यजीव बचाव केंद्र, चितवन राष्ट्रीय निकुंजबत म॑ दू एक सींग वाला गैंडा, चार वर्षीय पुष्पा आरू तीन साल के अंजली क॑ लानल॑ छै, जेकरा लेली बचाव केंद्र के आसपास तीन हेक्टेयर के मंचन क्षेत्र बनालऽ गेलऽ छै पिछला साल असोजमा आनल गेल दुनू गैंडा। त्रियुग नदी के पास एहि स्थान पर गैंडा के पानि उपलब्ध करेबाक आ अहल खेलय के व्यवस्था कयल गेल अछि गैंडा के स्टेज के क्षेत्रफल बढ़ाबय, घास के मैदान के विस्तार करब आ विभिन्न प्रजाति के अनुसार संरचना बनेनाइ आवश्यक अछि, संरक्षण | कार्यकर्ता मुख्यमंत्री सिंहलाई कहलनि अछि । रिजर्व सहित संरचनात्मक काज भेला के बाद बाघ बस्ती के काज भ सकैत अछि आ ओकर बाद लगी पानी टप्पू क्षेत्र मे गैंडा के संग बाघ के जंगल सफारी शुरू भ सकैत अछि आ इ क्षेत्र इको टूरिज्म के लेल गति हासिल करत केंद्रीय क्षेत्र प्रबंधन के अध्यक्ष समिति, जंगबहादुर खडकाले कहलनि जे, पिछला साल सलमा इंटरमीडिएट जोन घोषित भेल छल। २०३२ मे स्थापित नेपालक एकमात्र वन्यजीव रिजर्व कोशीताप्पू वन्यजीव रिजर्व केँ १७५ वर्ग किलोमीटर आ १७३ वर्ग किलोमीटर मे मध्यवर्ती क्षेत्र घोषित कयल गेल अछिअन्तरवर्ती क्षेत्रफल सुनसरी आ उदयपुरक संग मधेश राज्यक सप्तरी जिला अछि |