आइँख पाकए वला रोग सं बचबाक उपाय सब
अखन कतेको लोक आँखिक रोग सँ ग्रसित छथि । इ समस्या छोट बच्चाक मे बेसि देखल जायत छै, जेकर कारण किछ स्कूलक कें छुट्टी देल गेल छै ।
एहि स्थिति मे बहुत लोक एहि बात सं चिंतित छथि जे आंखक बीमारी सं कोना बचल जा सकैत अछि । एकरा सं बचय के मुख्य तरीका साफ-सफाई पर ध्यान देबय के अछि । यदि आँखि मे पानि आबय मे कोनो समस्या अछि त निम्नलिखित बात पर ध्यान देबाक चाही ।
साबुनक पानिसँ हाथ धोउ
आँख सं संपर्क करय वाला व्यक्ति कें स्पर्श करएय कें समय, ओकर उपयोग करएय वाला वस्तुअक कें स्पर्श करएय कें बाद आ आंख पर दवाई लगएय कें बाद हाथ साबुन आ पानी सं धोबाक चाही । कारण आइँख पाकए वला रोग नोर आ कचरा के कारण फैलैत अछि । इ सबटा करएय कें बाद हाथ धोनाय सं संक्रमण कें खतरा कम भ जायत छै । अतः जखन आँखि मे संक्रमण भेल व्यक्तिक सीधा संपर्क मे आबि जायत तखन हाथ धोबाक चाही।
अलग-अलग सुतब
जँ आँखि पाकि गेल अछि तँ एहन व्यक्तिक लेल नीक रहत जे जा धरि ओ ठीक नहि भ’ जाइत अछि ता धरि अलग कोठली मे सुतय। अइ तरह सं संक्रमित व्यक्ति कें घर मे अन्य वस्तुअक सं सीधा संपर्क नहि भ सकय छै आ संक्रमण कें संभावना कम भ जायत छै । तहिना आन्हर लोक द्वारा उपयोग कयल जायवला गमछा, तकिया, कपड़ा, मोबाइल फोन, लैपटॉप आदिक प्रयोग नहि करब नीक रहत।
मुँह धोनाई
जखन आँखि सुखायल रहैत अछि तखन बेर-बेर मुँह धोबाक चाही। एहि समय मे नोर आ कचरा अबैत रहैत अछि, तेँ जखन मुँह धोबैत छी तऽ ओ नोर आ कचरा बहैत रहैत अछि । जेकरा स॑ एकरऽ दोसरऽ तक पहुँचै के संभावना कम होय जाय छै । मुदा हाथ मे पानि ल’ क’ आँखि नहि झपकाबय के चाही आ ने जबरदस्ती आँखि धोबय के चाह । एहि सं संक्रमण बढ़ि सकैत अछि. तेँ अहाँ आँखि मुनि सकैत छी आ दिन मे चारि-पाँच बेर धो सकैत छी ।
चश्मा पहिरु
आँखि सूखल लोक के कारी चश्मा पहिरबाक चाही। अइ तरह सं दोसर कें संक्रमण कें संभावना कम भ जायत छै । एकरऽ अलावा ई आंखऽ के पुतली स॑ प्रभावित लोगऽ क॑ नंगे आँख स॑ रोशनी देखै प॑ असुविधा आरू जलन स॑ बचाबै म॑ मदद करै छै । इ संक्रमित आंख मे आगू बाहरी संक्रमण कें रोकएय मे सेहो मदद करएयत छै।
एंटीबायोटिक दबाई के प्रयोग
यदि आँखि सूखल छै त डॉक्टर जांच क एंटीबायोटिक दवाई लगा सकय छै । एकरा दिन मे तीन सं पांच बेर लगाएल जा सकएय छै।
भीड़ स दूर रहू
आँखि सूखल अछि त स्कूल, पार्क, मॉल जेहन भीड़ वाला जगह पर नहि जेबाक चाही । बेसी स बेसी घर मे रहब नीक रहत। एहि सं एकर संक्रमण दोसर मे कम भ जाएत अछि । आमतौर पर बच्चाक, बुजुर्ग आ जेकर प्रतिरक्षा कम छै, ओकरा अइ बीमारी कें शिकार होयत छै ।